औद्योगिक कंपनियों में युवाओं के लिए रोजगार अवसर अभी भी अधूरे, योजना सिर्फ कागजों तक सीमित।

सिंगरौली। कलेक्टर चन्द्र शेखर शुक्ला की अध्यक्षता में जिला कौशल समिति की बैठक में औद्योगिक कंपनियों से रिक्त पदों की जानकारी ली गई। हालांकि, विशेषज्ञों और युवाओं का कहना है कि मुख्यमंत्री सीखो- कमाओ योजना अभी भी केवल कागजों में ही लागू हो रही है और वास्तविक तौर पर युवाओं को पर्याप्त रोजगार अवसर उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं।
कलेक्टर ने कंपनियों को निर्देश दिए कि वे पंजीकरण कर युवाओं को रोजगार अवसर दें, लेकिन कई कंपनियों ने अभी तक योजना में हिस्सा नहीं लिया और रोजगार के अवसर सीमित मात्रा में ही उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जिला स्तरीय रोजगार मेले और अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण का भी आयोजन अभी तक अधूरा है, जिससे युवाओं का उत्साह ठंडा पड़ गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि अक्टूबर में प्रस्तावित संभाग स्तरीय युवा संगम और रोजगार मेले में भी कंपनियों की भागीदारी संदेह के घेरे में है। कई औद्योगिक प्रतिष्ठान अब तक अपने रिक्त पदों की जानकारी निर्धारित प्रपत्र में जमा नहीं कर पाए हैं, जिससे योजना के उद्देश्य पर सवाल खड़े हो रहे हैं।





